श्री कैला माता मंदिर रामचुआ” जो की रामचुआ (बिहार) में स्थित है वह संपूर्ण बिहार के अंतर्गत जादौन वंश की कुलदेवी श्री कैला माता का इकलौता ऐसा मंदिर है जो बिहार के बांका जिले में स्थित है। सबसे बड़ी बात यह है कि इस मंदिर का मुख्य स्थल करौली (राजस्थान) में है और 6 जून 2019 ईस्वी में समस्त रामचुआ ग्राम वासियों ने मिलकर इस भव्य मंदिर का निर्माण किया और रामचुआ ग्राम में श्री कैला माता का बड़े ही धूमधाम से आवाहन किया।

“श्री कैला माता का इतिहास”
श्री कैला माता जादौन (राजपूत) वंश की कुलदेवी है जिनका मुख्य स्थल राजस्थान के करौली जिले में है। ऐसी मान्यता है कि द्वापर युग में जब कंस ने वासुदेव- देवकी को मथुरा के कारागृह में बंद किया तो उस समय कंस ने देवकी की आठवीं संतान का वध करना चाहा। वास्तव में वह आठवीं संतान कन्या थी और योगमाया का अवतार थी अतः वह अंतर्ध्यान हो गईं। वही कन्या रूपी देवी करौली (राजस्थान) में कालीसिल नदी के किनारे त्रिकूट पर्वत पर कैला देवी के रूप में विराजमान हैं। अतः देवकी की संतान होने के कारण इन्हें श्री कृष्ण की बहन भी कहा जाता है।आठ भुजाओं वाली इस देवी के मुख्य मंदिर को हिंदू धर्म की मुख्य शक्तिपीठों में गिना जाता है। कहा जाता है करौली (राजस्थान) में श्री कैला माता के मंदिर का निर्माण 1600 ईस्वी में शासक राजा भोमपाल ने करवाया था।

“श्री कैला देवी का रामचुआ में मंदिर निर्माण”
रामचुआ ग्रामवासी पिछले कई वर्षों से मंदिर निर्माण को लेकर उत्सुक थे। सभी की सहायता और एकता से 20 जून 2018 ईस्वी में मंदिर निर्माण हेतु भूमि पूजन कराया गया करीब एक वर्ष के पश्चात 6 जून 2019 ईस्वी के दिन मंदिर निर्माण कर श्री कैला देवी की स्थापना बड़े ही धूमधाम से रामचुआ ग्राम में किया गया।
श्री कैला देवी के आवाहन को लेकर सभी ग्रामवासी अत्यंत प्रसन्न एवं हर्ष- प्रफुल्लित थे। आस- पास के सभी ग्राम जैसे कुर्माडीह, रायपुरा, चटमाडीह, बंसीपुर, शंभूगंज और अनेकों ग्राम के लोगों ने आकर अपार श्रद्धा जताई।
“मंदिर में सभी अन्य देवी-देवतायें”
श्री कैला देवी की दाईं ओर माता चामुंडा देवी विराजमान हैं। कहा जाता है कि दोनों जुड़वा बहने हैं और हमेशा एक साथ ही रहती हैं। माता कैला देवी और माता चामुंडा देवी के मध्य लड्डू गोपाल जी मौजूद हैं। मंदिर के मुख पर श्री गणेश जी विराजमान हैं। उत्तर दिशा में भैरव बाबा तथा दक्षिण दिशा में माता अंजनी विराजमान हैं। अतः पूर्व दिशा में हनुमान जी विराजमान हैं जिन्हें लांगुरिया बाबा के नाम से भी जाना जाता है।
“कैला माता का चेहरा तिरछा होने का कारण”
कैला माता जो की चामुंडा माता की बाईं ओर विराजमान है उनका चेहरा कुछ तिरछा है। लोक- मान्यता है कि माताजी का एक परम भक्त उनके दर्शन करने को आया था मगर किसी कारणवश वह दर्शन नहीं कर पाया और वापस जाते समय उसने माताजी से वादा किया था कि वह बहुत जल्द उनके दर्शन करने के लिए आएगा। परंतु किसी कारण की वजह से उनका वह भक्त दोबारा माता जी के दर्शन करने नहीं आ सका और तब से ही माताजी उसी दिशा में देख रही है जिस दिशा में उनका वह भक्त गया था।अतः यही कारण है कि कैला माता का चेहरा आज भी तिरछा है।
“श्री कैला माता मंदिर, रामचुआ में दर्शन का समय”
मंदिर के पुजारी जी के द्वारा हर सुबह 6:00 बजे पट खोल दिया जाता है ताकि सभी भक्त लोग माता कैला देवी के दर्शन कर सके। यह मंदिर सुबह 6:00 बजे से रात के 9:00 बजे तक खुला रहता है और इस बीच कई भक्त दूर-दूर से माता के दर्शन करने आते हैं।
“दर्शन के पश्चात ठहरने की व्यवस्था”
दूर से आने वाले सभी भक्तों के लिए मंदिर में ही ठहरने की व्यवस्था की गई है। जो लोग किसी होटल में ठहरना चाहते हैं वैसे लोग नजदीकी बाजार जैसे तारापुर, शंभूगंज या असरगंज में भी ठहर सकते हैं।



“श्री कैला माता मंदिर,रामचुआ आने का सरल मार्ग”
श्री कैला माता मंदिर, रामचुआ आने के लिए आप नजदीकी रेलवे स्टेशन “सुल्तानगंज” आ सकते हैं। वहां से 20 किलोमीटर दूर असरगंज के रास्ते तारापुर आ सकते हैं यहां से रामचुआ ग्राम महज 5 किलोमीटर की दूरी पर है और कोई भी आसानी से आ सकता है।रामचुआ ग्राम बिहार के बांका जिले में स्थित है जहां माता कैला देवी का मंदिर है।
“कैला देवी की महिमा”
बिहार के बांका जिले के रामचुआ नामक बस्ती में श्री कैला देवी का मंदिर स्थित है। यहां भक्तों की अपार श्रद्धा माता से जुड़ी हुई है जिसका मुख्य कारण है मनोकामना पूरी होना। जो भी भक्त यहां सच्चे दिल से मनोकामना करता है माता उसकी मनोकामना अवश्य पूरी करती है।इसका प्रमाण यहां के सभी भक्त हैं जो हमेशा माता की सेवा में तत्पर रहते हैं और हमेशा प्रसन्न रहते हैं। सभी लोग हर रोज सुबह- शाम माता की आरती बड़ी श्रद्धा से करते हैं और भजन में लीन होकर माता की पूजा आराधना करते हैं।
अतः आप सभी अवश्य ही यहां आएं और श्री कैला देवी के दर्शन का भाग्य प्राप्त करें।
सहयोग हेतुं

दान कर्ता सूची
Seq No | Name | Address | Amount | Date |
1 | Ajit Pandey | Jamshedpur | 11000 | 17/10/2022 |
2 | Binit Kr Singh (Factory Inspector) | Ramchua | 3000 | 13/10/2022 |
3 | Namrata Singh | Ramchua | 8400 | 20/10/2022 |
Writer : Sagar Kumar Singh
What a temple is this… Very beautiful. I also have hered about the miracles of this temple.
Ek hi temple ka photo diya
Hi Abhi we are writing for other temple also once it will ready will update.
Thanks for comments
Nice one, we have some photos of the Temple and Mata Rani’ Click
Hi Binit thanks for your comment Please send me pic on rohit@ramchua.com
Bahut badhiya jankari hai. Mata Rani ko pranaam aur Savi Bhakto pe Mata Rani ki kripa Bani rahe